Add To collaction

इन लव विथ बिलियनेयर( कॉन्ट्रैक्ट मैरिज ) (भाग-38)






पिछले भाग में आपने पढ़ा था की ऋषभ समान लेकर घर के अंदर चला जाता है अब आगे ,

अंदर जाकर देखता है की सब के सब सोफे पर लुढ़के पड़े है सिवाय देव के ....देव चारो तरफ अपनी नजरे घुमाकर घर को देख रहा होता है  तभी दीवार पर टंगी हुई तलवार पर उसकी नजरें जाकर अटक जाती है..वो पीछे मुड़कर देखता है की सब आंखें बन्द करके लेटे पड़े है तो वो मुस्कुराते हुए दबे पाओ से जाता है और जैसे ही तलवार को टच करता है पीछे से ऋषभ कहता है ,

ऋषभ - नहीं देव...इसे मत निकालना ...
देव -( मुड़कर ) क्यों...क्या हुआ जीजू ...कुछ डरावनी चीज है क्या ये??
ऋषभ - ( तलवार को देखते हुए ) ये दादू का है ......उन्हे नहीं पसंद था की उनकी ये तलवार कोई छूए....
देव - ओह ...ठीक है..

( फिर वो मुस्कुराते हुए वहां से सोफे पर बैठ जाता है ......ऋषभ भी सारा सामान वही रखकर देव के बगल मे बैठ जाता हैं...सब लोग थक गए होते है इतने लंबे सफर करने के बाद ....ऋषभ बार बार ऊपर देख रहा होता है तो आनंद कहता है ,
आनंद - क्या भाई आप भी ना ..मतलब भाभी से एक मिनट भी दूर नही रह सकते ..
( ऋषभ उसे घूरने लगता है तो वो कहता है )
आनंद - देखो जो सच है मैं वही कह रहा ...ऐसे  घूरने से मेरी बात नही बदल जायेगी ( मुंह फेरकर)
( सब लोग ऋषभ की तरफ देखते हैं तो वो उन सभी को देखकर इधर - उधर देखने लगता है .....तभी खुशी ..आनंद का कान पकड़ लेती है  और कहती हैं,)

खुशी - आप कब चुप होंगे .....पूरे दिन बक बक करते रहते है ( गुस्से में )..
आनंद -😣ठीक है आज और अभी से मेरा मौन व्रत ..🙄( सबको उंगली दिखाकर ) मेरी आवाज सुनने के लिए तरस जाओगे 
( फिर वो उठकर वहां से जाने लगता है तो खुशी पूछती है )
खुशी - कहा जा रहे हैं आप?
आनंद -( मुड़कर ) हूंह.....
( फिर इशारे में कुछ कहता है तो सब लोग उसे हैरानी से देखने लगते है सिवाय विहान के  .....फिर विहान समझाता है )
विहान - ये कह रहा की अब ये बात नही करेगा और जा रहा अपनी गर्लफ्रेंड के पास ....
खुशी - ( शॉकली ) गर्लफ्रेंड ...कौनसी गर्लफ्रेंड ..
ऋषभ - किचन .....
विहान - मैं भी आ रहा तुम्हारी गर्लफ्रेंड से मिलने ...
( आनंद किचन के पास फैल के खड़ा हो जाता है और कहता है इशारों में की दूर रहो वरना ........ ट्विंकी गई ....)
विहान - ( ऋषभ से ) भाई ...ये पागल हो गया है ...कहिए तो पागल खाने छोड़वा दू...
( पागल खाने की बात सुनकर देव खुश हो जाता है और कहता है )
देव - पागल खाने जा रहें आप लोग ...एक रूम संजना के नाम पर भी करा दीजिए..
ऋषभ -( घूरते हुए ) तुम दोनो को झगड़ा शान्त नहीं हुआ ??
देव - वो कभी नहीं होगा...आपको पता है ..उसने मुझे टांगे मारी ..
आदि - ( दबी आवाज में )तुम दोनो अपना झगड़ा आपस में सुलझा लो....

( .उसकी ऐसी  आवाज सुनकर सब हैरान हो जाते है...ऋषभ अपनी जगह से उठकर ..आदि के पास आ जाता हैं और कहता है )
ऋषभ - तुम ...तुम ठीक तो हो?
आदि -यार सर घूम रहा मेरा ऊपर से वीकनेस भी ....
( इतना कहकर आदि आंखे बंद कर लेता है ....ऋषभ उसके माथे को छूता  है और अपना हाथ दूर करके  कहता है )

ऋषभ - आदि को तो बुखार है ...( नौकर से ) जल्दी डॉक्टर को बुलाओ ...
( रिया  घबरा जाती है और  आदि का हाथ पकड़ लेती हैं तो नैंसी कहती हैं)
नैंसी - दी आप अपना हाथ दूर कर लीजिए ... कही आपको भी बुखार ना हो जाए ...
रिया - नहीं ...मै नही छोडूंगी  ....
विहान - ठीक है.....( ऋषभ से ) भाई इन्हे ये सामने वाले कमरे में ले चलिए ...
( फिर देव और ऋषभ ....आदि को पकड़कर रूम में ले जाते है और लिटा देते है ...रिया ..आदि के बगल मे बैठ जाती है ..ऋषभ किचन मे चला जाता है ठंडा पानी बाउल में लेने ....वहां आनंद को वो काउंटर पर बैठकर खाते हुए देखता है तो कहता है की ,)
ऋषभ - अपना ये मौन व्रत तोड़ो और आदि के पास जाओ उसे फीवर है ...
आनंद -( खाना रोक कर ) क्या ...सच में  ....ऐसे कैसे बीमार हो गए ..
( वो किचन से दौड़ते हुए आदि वाले रूम में जाता है और खुशी से टकराकर कहता है )
आनंद - बाद में पिट लेना ...अभी आदि भाई कैसे है??
खुशी - माथा तप रहा है इनका .....( बाहर देखते हुए ) पता नही कब डॉक्टर आएगा ...

( तभी नौकर ...डॉक्टर के साथ पहुंच जाता है ...वो मुस्कुराते हुए सबको देखता है और फिर आदि के बगल में बैठकर उसका चेकअप करके  कहता है )

डॉक्टर - बुखार तो ठीक हो जाएगा ...शायद इन्होंने कोई मिलावट वाली चीज खा ली है इसलिए ऐसा हुआ .....
( तबतक  ऋषभ भी पानी लेकर आ जाता है और डॉक्टर की बात सुनकर कहता है )
ऋषभ - (हैरानी से ) मिलावट वाली चीज ...ऐसा हो नही सकता ...
डॉक्टर - बुखार इसी वजह से हुआ है …..
नैंसी - एक मिनट ..मुझे लगता है भाई ने वो काजू कतली खाए थे ना तभी हो रहा ..
खुशी - कौनसे काजू कतली??
नैंसी - वो जब मै और आदि भाई किचन में थे तब उस  दीपक ने दिया था खाने को ....
रिया - तुम तो ठीक हो ...??
नैंसी - हां क्योंकि मैंने नही खाए.....

( रिया ...आदि की तरफ देखकर गुस्से में )

रिया - आप उठो तो बताती हु आपको 

( सब लोग हंसने लगते है .....नील डॉक्टर को थैंक्स करता है और उन्हें बाहर तक छोडने चला जाता है ......अंदर रिया और आदि को छोड़कर सब लोग हॉल में आ जाते है ....तो विहान कहता है )

विहान - क्या कहा डॉक्टर ने ...आदि भाई ठीक तो है ??
( नैंसी उसे पूरी बात बताती है तो वो गुस्से में कहता है )
विहान - मन तो कर रहा उस दीपक को तोड़ - फोड़ दू ...
देव -( हंसते हुए ) पहले खुद को तो जोड़ लीजिए ...
नील -( देव को घूरते हुए ) क्या यही हमारे मैनर्स है किसी से बात करने के .....
( फिर वो गुस्से में उठकर ...वहां से आदि के बगल वाले रूम में चला जाता है .....देव उसे ऐसे जाते देख कहता है )
देव - ( विहान से ) सॉरी विहान भाई ...लगता है मैने ज्यादा मजाक कर दिया ...मै आता हु उस ब्लू आइज को मना कर ....
आनंद - ब्लू आइज कौन ??
नैंसी - नीली आंखो वाला बाबा उर्फ मिस्टर नील ...
( फिर वो भी सीढीओ से. चढ़कर .... ऊपर बने एक कमरे में चली जाती है जहां संजना पहले से ही होती है ......नीचे  वो चारो शांत होकर बैठे होते है तो विहान कहता है )
विहान - ऐसे हाथ पर हाथ रखकर हम नहीं बैठ सकते ....
आनंद - तो...हाथो पर पैर रखकर बैठे क्या ??
खुशी - आनंद जी.... हर समय मजाक ठीक नही है कभी कभी सीरियस भी हो जाया करिए ...
आनंद - सीरियस शब्द का कत्ल करके मैंने अपनी डिक्शनरी से हटा दिया है .......
खुशी - कुछ नही जो सकता आपका .... उफ्फ.
ऋषभ - उसने अब आदि पर अटैक किया ....( सर पकड़कर ) ओह गॉड ये सब कर कौन रहा…..

( ऋषभ को ऐसे परेशान होते देख ..विहान कहता है ) 

विहान - आप लोग अभी जाकर फ्रेश हो जाइए .....कल सुबह इसके बारे में बात करते है ....( ऊपर देखते हुए ) भाभी भी वेट कर रही होंगी ....
ऋषभ - क्या ??
विहान -( मुसकुराते हुए ) कुछ नही कुछ नही ......अच्छा मुझे मेरे रूम तक तो पहुंचा दो .....
आनंद -( खड़े होकर) चल मेरी टूटी फूटी मशीन.... कल थारे लिए व्हील चेयर लायेंगे ...
विहान - मैं इतना भी नही टूटा हु की व्हील चेयर लाओगे..🙄
ऋषभ  - तो फिर टिवंकि को बुलाना पड़ेगा ...
विहान - ( शर्माते हुए ) क्या भाई आप भी ना ...

( सब हंसने लगते है ...फिर  ऋषभ अवनी का सामान उठाता है और लेकर ऊपर कमरे में चला जाता है .....नीचे आनंद ...विहान को उसके कमरे में छोड़कर बाहर आ जाता है और खुशी को गोद में उठा लेता है तो वो कहती है )
खुशी - नीचे उतारिए ...किसी ने देख लिया तो 🙄
आनंद - मैंने कौनसा किसी और की बीवी को उठाया है जो नीचे उतारू ...
खुशी - अरे....नीचे उतारिए ..
आनंद - नहीं...
खुशी - ठीक है फिर मै ही उतर जाती हु ...

( फिर वो उतरने की कोशिश करती है तो आनंद उसे पूरा कसकर पकड़ लेता है और हंसते😂 हुए कमरे में चला जाता है ....दूसरी तरफ..ऋषभ जब कमरे में पहुंचता  है तो अवनी को बालकनी में खड़ा देखकर .....सामन वही टेबल पर रख देता और उसके  बगल में खड़े होकर कहता है ,)
ऋषभ -( सामने देखते हुए) इस हसीन वादी में ये हसीना कितनी खूबसूरत लग रही है  ना ....


अवनी - हां ये सच मे बहुत खूबसूरत😍 लग रहा.....( ऋषभ की तरफ देखकर) ...एक मिनट आपने क्या कहा ??
ऋषभ - ( सामने देखते हुए ) यही की ये हसीन वादी खूबसूरत लग रही...
अवनी -( अपने सर पर हाथ रखकर) ओह ...( धीरे से ) लगता है मैंने कुछ गलत सुन लिया ....
ऋषभ - क्यों ...आपने कुछ और सुना क्या ?
अवनी - नहीं... नहीं तो ..
( फिर वो अंदर कमरे में आ जाती हैं ....ऋषभ वही बालकनी में खड़े होकर बाहर का नजारा देखते हुए  कहता है )
ऋषभ - आप सो रही थी ना ??
अवनी - हां पर नींद नही आई ....
ऋषभ - आदि को फीवर है .....
अवनी -( ऋषभ के पास आकर ) कब.....कैसे और भाई कैसा है ??
ऋषभ - आप शांत रहिए..वो अभी ठीक है.. डॉक्टर ने चेकअप कर लिया है ..
अवनी - ( हैरानी से ) डॉक्टर भी आ गया और आप अब मुझे बता रहे ..
ऋषभ - ( अवनी के कंधे पर हाथ रखकर) प्लीज शांत रहिए वो ठीक है और आप ऑलरेडी डरी हुई थी तो किसी ने कुछ नही बताया ...
अवनी - ( गुस्से में ) किसने कहा कि मैं डरी हुई हू....में नही डरती अब...( अपने फेस पर हाथ रख लेती है )...
( ऋषभ उसे ऐसे मायूस होते देखकर उसके सर पर हाथ फेरते हुए कहता है )
ऋषभ - मैं ...प्रोमिस करता हु ..अगली बार से ऐसा कुछ नही होगा आपके या किसी और के साथ ... एन आदि से डिनर टाइम पर मिल लीजिएगा ..अभी वो रेस्ट कर रहा होगा ....

( इतना कहकर वो टॉवेल लेता है और बाथरूम की तरह चला जाता है.....अवनी उसके जाने के बाद अपने आंसुओ को पोछती है और बेड के पास बैठकर खुद से कहती है )

अवनी - मै भाई को बीमार होते कभी नही देख सकती.... और आप तो वैसे भी कॉन्ट्रेक्ट फिनिश होने के बाद मुझे डाइवोर्स  देकर  चले जायेंगे........पर एस ए फ्रेंड आप मुझे नहीं छोड़ सकते...

( ये कहकर वो चुप हो जाती है और फिर से बालकनी मे चली जाती हैं....पीछे अवनी ये ध्यान नही देती है की ऋषभ जो बाथरूम के दरवाजे के पास ही खड़ा होता है उसने पूरी  बात सुन ली है ......वो उसकी तरफ कुछ देर देखता है और फिर बाथरूम में चला जाता है ....नीचे कुक खाना बनाने में लगे होते हैं ...विहान अपने कमरे में लेटा होता है ....रिया ...आदि से नाराज होती है और उससे दूर जाकर सोफे पर बैठी होती है .....आदि उसे देखकर मुस्कुराते हुए कहता है ,)
आदि - क्या हुआ आपको ....क्यों नाराज है ??
रिया -(मुंह फेरकर ) मुझे नहीं बात करनी आपसे ..
आदि - ओह हो .....मुझे क्या अब देव पुराण लाना पड़ेगा अपनी रिया को मनाने के लिए .??
रिया - आप चाहे कोई भी पुराण लाओ ...मै नही बात करूंगी ...
आदि - ठीक है पर बता तो दीजिए क्यों है नाराज ??
रिया -( गुस्से में ) वो काजू कतली आपने क्यों खाई ??.....अब अगर कभी ये सब खाया तो कत्ल कर दूंगी😣...
आदि -( हंसते हुए ) अच्छा सॉरी सॉरी मैडम अब्से नहीं खाऊंगा सच्ची ...
रिया -( गुस्से में ) आपको हंसी आ रही है ....आपको पता है सब कितने ज्यादा परेशान हो गए थे….मेरी तो फिकर ही नही है थोड़ी सी भी नही ...
आदि -( कान पकड़कर ) गलती से खा लिया था ...पता होता तो नही खाता मै ...
( रिया फिर भी कोई जवाब नही देती है तो वो अपना सर पकड़ लेता हैं और कहता है )
आदि -( आ आ ) मेरा सर ...

( रिया उसे देखकर घबरा जाती हैं और भागते हुए बेड पर आदि के बगल में बैठकर कहती है )

रिया - आदि ....आप ठीक तो है ??( परेशान होकर)
( आदि मुस्कुराते हुए रिया को देखता है और और उसे अपनी बाहों में भरकर लिटा देता है और कहता है )
आदि - ( मुस्कुराते हुए ) अब ठीक हो गया मैं ...
रिया -( हैरानी से ) ओह तो आप नाटक कर रहे थे...( गुस्से में ) छोड़िए मुझे .....

( आदि  उसे और कसकर पकड़ लेता है और कहता है)

आदि - ऐसे कैसे छोड़ दू....वैसे भी अगली शादी हमारी है
( रिया ...शादी का नाम सुनते ही शरमा जाती है और अपना फेस ढक लेती हैं हाथो से  तो ....आदि  धीरे से उसके हाथो को हटाता है और उसके लिप पर किस कर देता है ....रिया भी मुस्कुराते हुए अपनी पलके झुका लेती है और फिर आदि उसके माथे पर किस करता है और  दोनों लेट जाते है ............दूसरे कमरे में देव और नील दोनो सोफे पर शांत बैठे होते है....दोनो में से कोई कुछ नही कहता है ....ऐसे ही कुछ देर तक होता है तो देव ऊब कर कहता है )
देव - भाई वो शांति आपकी गर्लफ्रेड नही है जो ऐसे शांत बैठे  हो .....😏
नील - देव ....ये मजाकिया हरकते बंद करो और हम जिस काम के लिए आए है उसका बताओ कुछ हुआ की नहीं...
देव - अरे भाई आज तो पहला दिन है डलहौजी में ...अभी कहा कुछ हुआ... कल जायेंगे ...😜
नील - देव ...देव मेरे प्यारे देव भाई ...मै घूमने की बात नही कर रहा ....
देव - आप जाकर कुएं में कूद जाओ .....
नील - पागल हो गए हो ....
देव - सच्ची बताऊं तो हां ....आपके साथ मैं रह रह कर पागल हो जाऊंगा ...( नाक सिकोड़ते हुए )आप कोई मजे क्यों नही करते ....सब इतना एंजॉय करते है और अब तो ऋषभ जीजू भी वरना दोनो के दोनों बिल्कुल शांति देवी की तरह बैठे रहते हो ......
नील - हम अपनी बहन को खोजने के लिए आए है ..ना की मजे के लिए ..
देव -( मुस्कुराते हुए ) भाई ज़िंदगी मिली है तो एंजॉय करो ना ........और हां वो मेरी भाभी के क्या हाल है ... कहा तक पहुंची लवस्टोरी ??
नील - वॉट .... कौनसी भाभी ....कैसी लवस्टोरी???
देव -( नील के गालों को खींचते हुए  ) वही ...मेरी होने वाली भाभी नैंसी जी...
नील -( देव को दूर करके ) ऐसा कुछ भी नही है ...और बाहर जाकर कुछ बक मत देना ......
देव -( दरवाजे के पास खड़े होकर )भाभी जी ने एक नाम भी दिया है आपको - नीली आंखो वाले बाबा 😂
नील - डोंट कॉल हर भाभी ....ओके ??
देव - नहीं...... नहीं...... नहीं..( हंसते हुए )....

( देव फिर हंसते हुए कमरे से बाहर निकलता है और जाकर संजना से टकरा जाता है........वो खुद को संभाल कर गुस्से में कहती है )
संजना - ( गुस्से में )देव .....मिस्टर देव ....तुमने क्या कसम खा रखी है की जब भी रूम से निकलूंगा इस संजना से टकराऊंगा .....
देव - संजना .......मिस संजना ...आपने  भी क्या कसम खा रखी है की जब भी जाऊंगी ..देव के कमरे के बाहर से ही जाऊंगी ......🙄
संजना - तुम अपनी गलती मानते क्यों नही हो ...सॉरी बोलो ....
देव -( हंसते हुए) सॉरी ....और वो भी मै .......(हाथ दिखाकर ) कभी भी नही.....
( संजना उसका हाथ पकड़ लेती है और पीछे मोड़कर कहती है ....)
संजना - चलो  अब सॉरी बोलो .....( मुंह फेरकर)
देव - भलाई का तो जमाना ही नही रहा ....जिस हाथ से उसे मलहम लगाया ये चुड़ैल  अब उसी को तोड़ना चाहती है......😯
संजना - कौन चुड़ैल ??
देव - तुम ....और भी सीधी पैर वाली .....,
संजना -( उसका हाथ और मरोड़ते हुए ) आज तो मैं तुम्हें यही तोड़ - फोड़ दूंगी ....

देव - ( चिल्लाते हुए ) अरे कोई बचाओ इस भले मानुष को ....
संजना -( हंसते हुए ) कोई भी नही आयेगा ......और तुम्हारा हाथ जो पहले से पंचर है रुको उसे और पंचर कर देती हु .....😛😛
( इससे पहले संजना कुछ करती... ऊपर से नैंसी दोनो को आवाज लगाती है और साथ में नील को भी ऊपर कमरे में आने के लिए कहती है .....नीचे ये दोनों एक दूसरे को गुस्से में घूरते है और हुह करते हुए ऊपर चले जाते है नील के साथ ...........अब डिनर का टाइम हो गया होता है इसलिए कुक सबको आवाज लगाता है ....थोड़ी देर बाद खुशी और आनंद आकर बैठ जाते है और देखते है की पूरा हॉल खाली हैं..कोई भी नजर नही आ रहा .....तभी उन्हे ऋषभ सीढ़ीओ से उतरते नजर आता है तो आनंद कहता है )
आनंद - यार भाई ....और सब लोग कहा है ??
ऋषभ - सब होंगे अपने कमरे में ही .....
खुशी - किसी को डिनर नहीं करना क्या ??
ऋषभ - हम लोग शुरू करते है...... तबतक वो लोग आ जायेंगे ...
आनंद - भाई सबके आने के बाद करेंगे .....
( तभी ऊपर से अवनी कहती है ).
अवनी - देवर जी आप लोग खाना खाइए ....क्योंकि हमने तो चिप्स ,कुरकुरे खाकर पेट भर लिया है ....
आनंद -( हंसते हूए) वाह भाभी .....आप मेरे पदचिन्ह पर 
चल रही ...
( अवनी ..मुस्कुराते हुए नीचे देखती है तो ऋषभ उसे देखता है ...उसे देखकर वो दूसरी साइड फेस कर लेती और मुड़कर चली जाती है ......नीचे ये लोग डिनर करने लगते है ...खुशी अभी खा ही रही होती है की ...नैंसी ऊपर से ही कहती है )
नैंसी - ओ....जीजी अगर पेट पूजा कर ली है तो कमरे में आना ....😅
खुशी - क्यों ??
आनंद - अरे जाईए आप .....मेरी साली साहिबा का बुलावा आया है ..😍😍
खुशी -( हाथ धोते हुए) पागलों के बीच आ गई हु ही ही 🙄😆....
( फिर वो ऊपर चली जाती है ....नीचे आनंद और ऋषभ डिनर करने के बाद हाथ धोते हैं और आनंद गुड नाईट कहके ऊपर जाने लगता है तो ऋषभ उसका हाथ पकडकर कहता है )
ऋषभ - चलो ...बाहर वॉक करके आते है ?
आनंद - भाई कल चलते है ना ....अभी बहुत नींद आ रही..
ऋषभ - बस यही प्यार है भाई के लिए ..
आनंद - चलो भाई ....आप चलो ....ऐसे आपको मेरे पदचिन्ह पर चलने की जरूरत नही है .....😆😆😆
( ऋषभ मुस्कुराते हुए उसे लेकर बाहर वॉक करने लगता है .....थोड़ी देर तक वॉक करते है और अचानक से ही ऋषभ कहता है )
ऋषभ - चलो ....
आनंद - अरे अभी तो राउंड रह गया है ....
ऋषभ - विहान बुला रहा मुझे ...और तुम्हे नींद नहीं आ रही क्या ?
आनंद - पर भाई ....
ऋषभ - मै जा रहा ...
( ऋषभ जाने लगता है तो पीछे से आनंद उसके कंधे  में हाथ डालकर कहता है )
आनंद -( 😜) विहान भाई बुला रहे या वो ....हमारी ..मतलब मेरी भाभी ...
ऋषभ - चुप रहो .....
आनंद - सत्य को कोई नकार नही सकता ....
( तभी ऋषभ के फोन पर मैसेज आता है अवनी का की जी- आप आ रहे है या नही .....उसे देखकर आनंद कहता है ...)
आनंद - आ हा ...मैं सही था 

( फिर वो ऋषभ को गुडलक कहके अपने कमरे की तरफ बढ़ जाता है ....वहां आदि ,देव और विहान को मकड़ी की तरह दरवाजे पर चिपके देखता है तो कहता है )

आनंद - ये ..ये क्या कर रहे हो ...( विहान ) आप टूटी फूटी मशीन यहां तक चलकर कैसे आ गई ?

( तभी सारी गर्ल्स भी आ जाती है सिवाय खुशी के उन्हे देखकर वो कहता है )
आनंद - भाभी ये क्या है ....सब मेरे कमरे के पास क्या कर रहे हैं...
नील - अंदर जाना है ??
आनंद - वो तो जाना ही है ....
( आनंद फिर सबको हटाने की कोशिश करता है दरवाजे पर तो सब उसे धक्का मारकर रोक लेती है और कहती है )
संजना - द्वार छेकाई पर कुछ दिया भी नही था ना ...अब दो तभी अंदर जाने को मिलेगा ......
अवनी - चलिए ...दीजिए देवर जी ..
सारे बॉयज - हमे भी दो ...
आनंद -( हंसते हुए) चिल्लर भी नही मिलेगा किसी को ...
नैंसी - ठीक है फिर दी भी नही मिलेगी ....

( वो मुंह लटका लेता है ...कुछ देर तक वही उन सब को देखते हुए घूमने लगता है और फिर रुक कर कहता है )

आनंद - फोन देख लो ...सबके पास पहुंच गया होगा ..

( सब अपना फोन देखते है तो सच मे सबके पास पैसे पहुंच गए होते है .....वो मुस्कुराते हुए दरवाजे से हट ते हैं और आनंद को धक्का मारकर रूम मे पहुंचा देते है ......
अंदर पूरा रूम गुबारो और फूलो से सजा होता हैं....चारो तरफ फूल ही फूल होते है ....गुलाब की खुशबू पूरे कमरे में महक रही होती है ...तभी उसकी नजर बेड पर जाती है जिसपर खुशी घूंघट डाले बैठी होती है ....आनंद मुस्कुराते हुए बालकनी के पास जाता है और बाहर का मौसम देखकर कहता है )
आनंद - आज का मौसम कितना सुहाना है ना ....☺️
( खुशी कोई जवाब नही देती है तो वो मुस्कुराते हुए स्लाइडिंग विंडो को बंद कर देता है और बेड पर धीर से चढ़कर बैठ जाता है .....और खुशी का एक हाथ पकड़ लेता है ...आनंद के हाथ पकड़ने से वो तो थोड़ा हाथ पीछे कर लेती है तो आनंद हंसते हुए उसे कहता है )
आनंद - आप ठीक हो ना ??
खुशी - हां ...
( फिर खुशी आनंद का हाथ पकड़कर  चूम लेती है .....तो आनंद मुस्कुराते हुए उसके घूंघट को उठा लेता है और कहता है )
आनंद - आज तो आप सच मे दुल्हन लग रही है 😘..
( खुशी शरमा जाती है और अपनी आंखे बंद कर लेती है तो आनंद उसके माथे को चूमता है और फिर उसे अपनी बाहों में भरकर उसके नेक पर किस करने लगता है ....खुशी फिर लेट जाती है  तो  आनंद भी लेट जाता है उसकी पलको को चूमते हुए ..... खुशी अपनी आंखे खोलती हैं और मुस्कुराकर फिर से बंद कर लेती है ....आनंद उसके गाल पर किस करता है और उसके लिप पर डीप किस करते हुए लाइट बिल्कुल कम कर  देता हैं और  इस सुहाने मौसम में दोनो एक हो जाते है .........♥️

दूसरी तरफ,
सब लोग  अपने अपने कमरे की तरफ जा चुके होते है ....अवनी भी जाती है तो देखती है की ऋषभ बेड पर लेटा हुआ है ...उसे देखकर कहती है ,
अवनी - आपने ही सभी के अकाउंट में पैसे भिजवाए है ना ...?
ऋषभ - ( अवनी की तरफ देखकर ) नहीं ...
अवनी -( मुस्कुराते हुए ) क्यों झूठ बोल रहे....
ऋषभ - मै झूठ नही बोलता ...
( अवनी फिर बेड पर बैठ जाती हैं उसे कहती है )
अवनी - फिर ये कहा से आए ?( मोबाइल दिखाकर ) 
( ऋषभ ध्यान से मैसेज देखता है और फिर मुस्कुराते हुए दूसरी तरफ फेस करके लेट जाता है .....अवनी उसे हैरानी से देखती हैं उसे हिलाकर कहती है )
अवनी - बताए भी ..क्यों मुस्कुरा रहे ?
ऋषभ - सो जाइए ...
अवनी - अकडू इंसान....कुछ भी पूछो बताते नही ....

( ये कहकर वो लेट जाती हैं की ऋषभ उठता है और उसके ऊपर झुक कर उसे देखने लगता  है तो ... वो हड़बड़ा जाती है और कहती है ).

अवनी - ( हैरानी से )ये ...ये क्या कर रहे हैं आप??
ऋषभ - गुड नाईट 💜...

( फिर वो लाइट ऑफ करके लेट जाता है ....अवनी उसकी तरफ हैरानी से देखती और कहती है - ऐसे कौन कहता है गुड नाईट ये पागल है ....और कुछ दिनों में मैं भी .....फिर वो कंबल ओढ़कर सो जाती है ...........)

अगली सुबह अवनी जब जागती है तो खुद को ऐसे हालत में पाकर हैरान हो जाती है ......


××××××××××××××××××××××××××××××××××××

   13
4 Comments

Abhinav ji

04-May-2022 06:55 AM

Very nice

Reply

Punam verma

02-May-2022 07:58 AM

Very nice

Reply

Ali Ahmad

01-May-2022 05:28 PM

बेहतरीन कहानी

Reply